
सिमेज ने आयोजित किया बिहार यूथ आई.टी.सम्मिट, शराबबंदी को प्रभावी बनाने के लिए छात्रों ने बनाया “लीकर बैन ऐप”, किसानों के लिए बनाया “खेती-बाड़ी ऐप”, तो पुलिस के लिए बनाया “इ-ऍफ़.आई-आर ऐप”
सिमेज कॉलेज द्वारासचिवालय स्थित अधिवेशन भवन में ‘बिहार यूथ आई.टी. सम्मिट’ का आयोजन किया गया| कार्यक्रम का उद्घाटन शिक्षा एवं सुचना तकनीक मंत्री डॉ० अशोक चौधरी तथा IIT Bombay के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ० कन्नन मोद्गल्या द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया | इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत करते हुए सिमेज के निदेशक नीरज अग्रवाल ने कहा कि बिहार के किसी भी कॉलेज के छात्र IT की आधुनिक तकनीक और प्रोग्रामिंग भाषाओं को सिखने के लिए सिमेज कॉलेज में चल रहे IIT बॉम्बे के स्पोकन टुटोरिअल प्रोजेक्ट के निःशुल्क कोर्स कर सकते है | इस वर्ष बिहार से दस हज़ार छात्रो को निःशुल्क प्रशिक्षण देने का लक्ष्य लिया गया है | साथ ही इस वर्ष बीस छात्रो का सिमेज कॉलेज में पूर्णतः निःशुल्क नामांकन लिया जायेगा | उन्हें पटना में निःशुल्क होस्टल और भोजन की सुविधा भी दी जाएगी | सिमेज से विप्रो, टी.सी.एस, एच.पी., असेंचेर तथा अन्य बड़ी आई.टी.कंपनियों में भारी मात्र में चयनित हुए छात्रों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन कम्पनियों का बिहार आकर प्रतिभावान छात्रों को चयनित करना, बदलते हुए बिहार की निशानी है | इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि आई.आई.टी.-बॉम्बे के ‘स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट’ के संस्थापक प्रो० डॉ० कानन मौद्गल्य, तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पटना विश्वविद्यालय के पूर्व वी.सी. प्रो० डॉ० सुदिप्तो अधिकारी भी मौजूद थे |
छात्रों ने इ-गवर्नेंस तथा जनउपयोगी सुविधा प्रदान करने हेतु बनाये विभिन्न एंड्राइड एप्स तथा वेब पोर्टल्स: इस कार्यक्रम में छात्रों ने कॉलेज में सीखे हुए ज्ञान का प्रयोग करते हुए स्वनिर्मित इ-गवर्नेंस के विभिन्न मॉडल्स (एंड्राइड एप्स एवम वेब पोर्टल्स) का प्रदर्शन किया | जिनके माध्यम से गरीब किसान, एक ग्रामीण परिवेश में पढ़ रहे छात्र, मरीज अथवा छोटे व्यापारी लाभान्वित हो सकते हैं |
राज्य में शराबबंदी अभियान को सफल बनाने हेतु छात्रों ने बनाया ‘लीकर बैन’ ऐप तथा ‘एल्कोहल फ्री’ ऐप : इस अवसर पर अभिजित प्रसून के बनाये हुए ‘एल्कोहल फ्री बिहार’ ऐप के माध्यम से ‘चोरी छुपे बिक रही शराब’ के बारे में प्रशासन को जानकारी देने की भी व्यवस्था थी, वो भी इन्क्रिप्शन के साथ ताकि किसी भी तरह सुचना देने वाले की पहचान गुप्त रहे | साथ ही दी गयी सुचना की प्रति सम्बंधित थाने तथा sp के साथ पुलिस मुख्यालय को भी जाएगी जिस पर थाना को २४ घंटे में एक्शन टेकन रिपोर्ट फ़ाइल करनी होगी | वहीँ मो. जावेद ने छात्रों ने बिहार में शुरू की गई शराबबंदी को ध्यान में रखकर, बनाये गए ‘लीकर बैन’ ऐप का भी प्रदर्शन किया | इसके माध्यम से बिहार राज्य में शराबबंदी को जहाँ प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी, वहीँ शराब के व्यसन से ग्रस्त व्यक्ति को ऑनलाइन काउंसलिंग भी प्राप्त होगा जो उसे शराब की लत से उबरने में मदद करेगा |
किसानों के लिए बनाया “किशान ओला एप”, ‘खेती बाड़ी’ ऐप और ‘एग्रो वर्ल्ड तथा ‘ऑल अबाउट फार्मिंग’ वेबसाइट : इसी प्रकार किसानो की समस्या को ध्यान में रखते हुए अभिकर्षण सिंह एवं रितेश मिश्रा ने ‘ए.बी.ओ,ऍफ़.’ वेबसाइट का निर्माण किया, जो किसानों को सॉयल टेस्टिंग से लेकर बाज़ार तक की जानकारी देगा | वहीँ युवराज मौर्य एवं समूह ने ‘खेती बाड़ी’ ऐप बनाया जिसके माध्यम से किसानों को सभी सुविधाएँ प्राप्त होंगी | वे किसान लोन से लेकर, विभिन्न बाजार के भाव एवं फसलों की खपत तथा डिमांड के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे | वहीँ रिषभ तथा समूह ने अपने बनाये हुए ‘एग्रो वर्ल्ड’ वेब साईट के माध्यम से किसानो को केवल खेती ही नहीं, बल्कि मतस्य पालन, पोल्ट्री फार्मिंग तथा अन्य के बारे में भी पूरी जानकारी देने की व्यवस्था की | साथ ही, कीड़ो एवं फंगस से फसलों को बचाने के लिए, एक ऐसी व्यवस्था की, जिसके माध्यम से किसान अपने खेत में लगे कीड़ों की तस्वीर मोबाईल के माध्यम से भेजकर, उससे निजात की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं |
‘सरकारी स्कूलों’ तथा मिड डे मील’ परियोजना की निगरानी हेतु बनाया ‘सर्व शिक्षा अभियान’ ऐप : रोहित कुमार ने सरकारी स्कूलों के मद्देनज़र, अपने बनाये हुए वेवसाइट ‘सर्व शिक्षा अभियान’ के माध्यम से सभी गतिविधियों एवं प्रगति को जांचने की सुविधा दी | इस ऐप में ‘मिड डे मील’ के मद्देनज़र व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने हेतु विशेष व्यवस्था की गई है |
पी.एम.सी.एच. के ओ.पी.डी. विभाग में मरीजों के रजिस्ट्रेशन हेतु बनाया ऐप : वहीँ कटिहार के सूरज चौधरी ने पी.एम.सी.एच. हॉस्पिटल के ओ.पी.डी. में आने वाले मरीजों के लिए एक विशेष ऐप क निर्माण किया जिसके माध्यम से मरीजों को घर बैठे ओपीडी में नम्बर लगाने की सुविधा होगी | इसके माध्यम से, डॉक्टरों की उपलब्धता और साथ ही अस्पताल द्वारा दी जा रही विभिन्न सुविधाओं के बारे में जाना जा सकता हैं |
छात्रों ने बनाया ‘सिक्योर बिहार’ ऐप तथा ‘ई-ऍफ़.आई.आर.’ ऐप : राहुल कुमार ने ‘सिक्योर बिहार’ ऐप के माध्यम से सुरक्षा सम्बन्धी विभिन्न वन टच सुविधाएँ प्रदान करने वाला ऐप बनाया, इसके माध्यम से पुलिस, प्रशाषण, एम्बुलेंस तथा अन्य सुविधाएँ त्वरित गति से प्राप्त की जा सकती है | वहीँ पायल एवं अंजलि ने ई-ऍफ़.आई.आर. ऐप का निर्माण किया | इसके माध्यम से बगैर पुलिस स्टेशन गए हुए, मोबाईल ऐप के माध्यम से ऍफ़.आई.आर. दर्ज करने की सुविधा है | इस ऐप की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके माध्यम से दर्ज किये हुए ऍफ़.आई.आर. पर 24 घंटे में एक्शन टेकेन रिपोर्ट देने की व्यवस्था हैं अन्यथा यह ऐप स्वतः ही, दर्ज किये हुए कम्प्लेन को वरीय पधाधिकारीयों तक प्रेषित कर देगा |
छात्रों ने जन-उपयोगी सेवाओं तथा सुविधाओं को प्रदान करने हेतु बनाया ई-बिहार पोर्टल : कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने बिहार के सन्दर्भ में, जन-उपयोगी सेवाओं तथा सुविधाओं को प्रदान करने हेतु बनाये गए ‘वेबसाइट्स तथा एंड्राइड एप्प’ का प्रदर्शन किया | संदीप राज एवं ग्रुप ने ई-बिहार पोर्टल का निर्माण किया जिसमे एक ही जगह पर सौ से भी अधिक जन उपयोगी सुविधाओं का लाभ जनता को मिल सकता है | वहीँ विशाल वाड्रा ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में जटिलता को ध्यान में रखते हुए, एक ऐसा वेबसाइट बनाया जिसके माध्यम से सारी प्रक्रिया ऑनलाइन तरीके से चुटकियों में पूरी की जा सकती है
छात्रों ने रोबोटिक्स तथा आई.ओ.टी. (इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स) का किया प्रदर्शन |
शिक्षा मंत्री को रोबोट ने किया पुष्प समर्पित: छात्रों ने इस सम्मिट में स्वयं द्वारा बनाये हुए रोबोट्स तथा रोबोटिक्स तकनीक का प्रदर्शन भी किया गया | पूरा हॉल उस वक्त तालियों से गूंज उठा जब छात्रों के बनाये हुए रोब्ट्स ने माननीय शिक्षा मंत्री को पुष्प समर्पित किया | कार्यक्रम में छात्रों ने ब्लू टूथ कंट्रोल्ड रोबोट, पाथ वाकर रोब्ट्स इत्यादि का प्रदर्शन किया और उनसे अपेक्षित कार्य लिए | छात्रों ने रोबोट्स को एंड्रायड एप्प के माध्यम से सामान्य इस्तेमाल के स्मार्ट मोबाईल द्वारा कंट्रोल कर दिखाया | इसके पूर्व में कॉलेज में आई.आई.टी.-गुवाहाटी के सौजन्य से रोबोटिक्स, एंड्राइड ऐप डेवलपमेंट, आई.ओ.टी. (इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स), क्लाउड तथा बिग डेटा (हडूप) पर वर्कशॉप्स का आयोजन किया गया था |
आई.आई.टी.-बॉम्बे के ‘स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट’ के संस्थापक प्रो० डॉ० कानन मौद्गल्य भी हुए छात्रों की प्रतिभा से प्रभावित: इस अवसर पर आई.आई.टी.-बॉम्बे के वरीय प्रोफेसर एवं ‘स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट’ के संस्थापक प्रो० डॉ० कानन मौद्गल्य ने आई.आई.टी.-बॉम्बे के स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट में सिमेज के छात्रों की भागीदारी की सराहना की | इन्होने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर और उसके महत्व का ज़िक्र करते हुए कहा कि निकट भविष्य में इस क्षेत्र में काफी अच्छी संभावनायें हैं’ | उन्होंने छात्रों के प्रदर्शन और क्षमता को देखते हुए उन्हें आई.आई.टी.-बॉम्बे के विभिन्न स्पोकन ट्युटोरियल प्रोजेक्ट में पेड इंटर्नशिप की जानकारी दी | जबकि पटना विश्वविद्यालय के पूर्व वी.सी. प्रो० डॉ० सुदिप्तो अधिकारी ने कहा कि ‘आने वाला भविष्य आई.टी. तकनीक पर टिका हुआ है और छात्रों के इस प्रदर्शन से इनकी प्रतिभा का झलक मिलती है |’
शिक्षा एवं सुचना तकनीक मंत्री, बिहार सरकार ने दी छात्रों को शाबाशी : इस अवसर पर शिक्षा एवं सुचना तकनीक मंत्री श्री अशोक चौधरी ने छात्रों की प्रतिभा की तारीफ की | छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सरकार द्वारा किया जा रहे प्रयासों की जानकारी दी | उन्होंने विश्वविध्यालय के सिलेबस को अपडेटेड करने की जरुरत पर प्रकाश डाला | साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि आई.टी. इंडस्ट्री को सभी संभव मदद प्रदान करने के लिए पटना के बिस्कोमान में इसके लिए विशेष व्यवस्था की गयी है | उन्होंने छात्रों का भी आवाहन किया कि वे अपनी तकनीकी दक्षता का इस्तेमाल करते हुए राज्य के विकास में अपना सक्रिय योगदान दें |
प्रतिभाशाली छात्र हुए पुरस्कृत – इस कार्यक्रम में उपरोक्त वर्कशॉप्स में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले छात्रो को प्रोत्साहित किया गया | विभिन्न श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विजेताओं को माननीय मंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया | कार्यक्रम के दौरान मंच सञ्चालन सिमेज के डीन नीरज पोद्दार ने किया | इस अवसर पर सिमेज की सेंटर हेड मेघा अग्रवाल, एकेडमिक हेड प्रो. डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद तथा सभी शिक्षक तथा छात्र मौजूद थे|